एमएसएमई कोलैटरल फ्री लोन : भारत में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए वित्तीय सहायता

पारंपरिक रूप से, ऋण प्राप्त करने के लिए संपार्श्विक (collateral) जमा करना अनिवार्य होता था, जिससे कई उद्यमियों के लिए यह राह कठिन हो जाती थी।

संपार्श्विक मुक्त ऋण - जिन्हें प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की जमानत या संपार्श्विक जमा करने की आवश्यकता नहीं होती है।

ऋण सीमा सूक्ष्म उद्यमों: अधिकतम 10 लाख रुपये लघु उद्यमों: अधिकतम 50 लाख रुपये मध्यम उद्यमों: अधिकतम 2 करोड़ रुपये

आसान आवेदन प्रक्रिया लचीली शर्तें कम ब्याज दरें सरकारी गारंटी

उद्यम पंजीकृत होना चाहिए, जीएसटी पंजीकरण होना चाहिए, और पिछला ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा होना चाहिए।

क्रेडिट स्कोर का महत्व: अच्छा क्रेडिट स्कोर ऋण स्वीकृति की संभावना बढ़ा देता है।

2022 में भारत में एमएसएमई संपार्श्विक मुक्त ऋणों का वितरण 3 लाख करोड़ रुपये था।